
BPSC TRE-3 जॉइनिंग अपडेट: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की शिक्षक भर्ती परीक्षा TRE-3 के अभ्यर्थियों के लिए जॉइनिंग की राह अभी भी धुंधली बनी हुई है। आज 21 मार्च 2025 तक जॉइनिंग को लेकर कोई स्पष्ट अपडेट नहीं मिला है, जिससे अभ्यर्थियों में बेचैनी बढ़ गई है। ट्विटर पर #Bpsc_Tre3_Joining_In_March हैशटैग के जरिए वे अपनी नाराजगी और उम्मीदों को जाहिर कर रहे हैं। मार्च में जॉइनिंग का वादा था, लेकिन अब यह प्रक्रिया अप्रैल तक खिसकने की आशंका से अभ्यर्थी परेशान हैं। आइए, इस खबर को ताजा नजरिए से देखते हैं।
लंबा इंतजार और बढ़ती बेचैनी
जनवरी 2025 में रिजल्ट आए और 9 मार्च को पटना के गांधी मैदान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 51,389 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंपे। उस वक्त दावा किया गया था कि मार्च के अंत तक स्कूल आवंटन और जॉइनिंग पूरी हो जाएगी। लेकिन 20 मार्च आते-आते स्थिति जस की तस बनी हुई है।
शिक्षा विभाग के सूत्रों का कहना है कि स्कूल आवंटन की प्रक्रिया में कुछ तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं, जिसके चलते यह काम अप्रैल तक जा सकता है। इस अनिश्चितता ने अभ्यर्थियों के सब्र का बांध तोड़ दिया है। ट्विटर पर रात 11 बजे से शुरू हुआ अभियान इस बात का सबूत है कि वे अब चुप नहीं बैठने वाले।
अभ्यर्थियों ने ट्विटर को अपनी आवाज का मंच बनाया है
अभ्यर्थियों ने ट्विटर को अपनी आवाज का मंच बनाया है। #Bpsc_Tre3_Joining_In_March हैशटैग के साथ वे सरकार और BPSC से सवाल पूछ रहे हैं कि आखिर जॉइनिंग में देरी क्यों हो रही है। यह अभियान 20 मार्च की रात से शुरू हुआ और अब तक सैकड़ों अभ्यर्थी इसमें शामिल हो चुके हैं। उनका कहना है कि अगर मार्च में जॉइनिंग नहीं हुई, तो उनकी साल भर की मेहनत बेकार चली जाएगी।
TRE-3 के तहत कुल 84,587 शिक्षक पदों पर भर्ती होनी है, जिसमें से अभी तक 51,389 को नियुक्ति पत्र मिल चुके हैं। बाकी अभ्यर्थियों का इंतजार और लंबा होता जा रहा है। 20 मार्च से शुरू हुई काउंसलिंग का दूसरा चरण कुछ राहत दे रहा है, लेकिन स्कूल आवंटन की लिस्ट न आने से असमंजस बना हुआ है।
BPSC TRE-3 जॉइनिंग का इंतजार
शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने पहले कहा था कि मार्च के अंत तक स्कूल आवंटन हो जाएगा और 1 अप्रैल से प्रशिक्षण शुरू होगा। लेकिन आज तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। विभाग का कहना है कि यह भर्ती बिहार के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए है। ग्रामीण इलाकों में पढ़ाई को बेहतर करना इसका लक्ष्य है।
लेकिन अभ्यर्थियों का आरोप है कि सरकार अपने वादों पर खरी नहीं उतर रही। रिजल्ट में देरी जैसे अनुभवों ने उनके भरोसे को हिला दिया है। अब जॉइनिंग का इंतजार उनकी परेशानी को और बढ़ा रहा है।
क्या चाहते हैं अभ्यर्थी?
अभ्यर्थियों की मांग साफ है—मार्च में जॉइनिंग शुरू हो, जैसा कि पहले बताया गया था। वे चाहते हैं कि सरकार स्कूल आवंटन की लिस्ट जल्द जारी करे और प्रक्रिया को पारदर्शी बनाए। ट्विटर पर चल रहा यह अभियान 21 मार्च को भी जारी रह सकता है। कुछ लोगों ने आंदोलन की चेतावनी भी दी है, अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं।
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है। इसमें दी गई जानकारी विभिन्न सार्वजनिक और ऑनलाइन स्रोतों से ली गई है। हम इस लेख में दी गई जानकारी की शुद्धता या पूर्णता की गारंटी नहीं देते हैं। अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे आधिकारिक वेबसाइट (bpsc.bih.nic.in) और सरकारी घोषणाओं पर नजर रखें, ताकि किसी भी अपडेट या आधिकारिक सूचना से अवगत रह सकें। किसी भी निर्णय या कार्रवाई से पहले कृपया उचित दस्तावेज़ और संबंधित अधिकारियों से संपर्क करें।
Leave a Reply